
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक Operation Sindoor के बाद पाकिस्तान ने डर से मांगी शांति| फिर पाकिस्तान ने भारत से मांगी शांति – संघर्ष विराम पर सहमति
10 मई 2025 | नई दिल्ली

9 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब सेक्टर में आतंकी लॉन्च पैड पर सटीक सर्जिकल स्ट्राइक किया, जिसमें कई आतंकी ठिकाने तबाह हो गए। यह कार्रवाई 3 मई को पाकिस्तान द्वारा अमृतसर में हुए आत्मघाती हमले के जवाब में की गई, जिसमें कई नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पार से जवाबी हमले करे, लेकिन भारतीय सेना पाकिस्तान के हर प्रयास को विफल कर दिया।
लगातार तीन दिनों तक भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारी तनाव और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच, पाकिस्तान ने 10 मई 2025 को भारतीय डीजीएमओ को संपर्क कर युद्धविराम की पेशकश की। भारत ने संयम और रणनीतिक बढ़त दिखाते हुए दोपहर 2 बजे संघर्ष विराम की घोषणा स्वीकार की।

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी, “पाकिस्तान का बढ़ता नुकसान और वैश्विक आलोचना को देखते हुए, उनके सैन्य संचालन प्रमुख ने भारत से संपर्क किया और बातचीत में सीजफायर की मांग की। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद को लेकर उसकी नीति में कोई भी बदलाव नहीं होगा। इसके बावजूद, क्षेत्रीय स्थिरता के हित में भारत संघर्ष विराम को तैयार होता हैं।”
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जॉन ट्रम्प ने एक बार फिर मध्यस्थता की भूमिका निभाई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा:
“भारत और पाकिस्तान के नेताओं से रातभर चली बातचीत के बाद, मुझे यह ऐलान करते हुए संतोष हो रहा है कि दोनों देश युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। यह शांति की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
ट्रंप के बयान से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत और पाकिस्तान से अलग-अलग वार्ता की थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया कि वॉशिंगटन ने दोनों पक्षों को संयम बरतने और सीधे संवाद को प्राथमिकता देने की सलाह दी ।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा:
“भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है। संघर्ष विराम का निर्णय हमारे मूल सिद्धांतों से समझौता नहीं है, बल्कि हमारी रणनीतिक परिपक्वता का प्रतीक है।”
Operation Sindoor विराम लागू होने के बाद सीमाओं पर शांति लौटने की शुरुआत हो चुकी है। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत 15 मई को निर्धारित की गई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम बहुत ही जटिल मुद्दा है, जिसका समाधान निकालना दोनों देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है। दोनों देशों को बातचीत और समझौते के माध्यम से इस मुद्दे का समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए, ताकि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता स्थापित हो सके।
क्या अब भी पाकिस्तान आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत का समर्थन करेगा या ये भी पहले कि तरह पाकिस्तान की एक चाल है, ये तो वक़्त ही बताएगा। अभी की रिपोर्टमें बस इतना ही……. आप बने रहिए गगन मंडल के साथ।